जाने विश्व कैंसर दिवस के बारे में | Know About World Cancer Day

हर वर्ष  4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है ताकि लोगों में कैंसर रोग के बारे में जागरूक किया जा सके | कैंसर एक बहुत ही भयानक रोग है WHO (World Health Organisation) के अनुमान के अनुसार विश्व के 20% कैंसर रोगी केवल भारत में ही हैं | हर वर्ष 75000 से ज्यादा मौतें केवल कैंसर की वजह से होती हैं | एक अनुमान के अनुसार हर घंटे 159 लोग कैंसर की वजह से मृत्यु को प्राप्त होते हैं | WHO द्वारा जुटाए गए 2020 के आंकड़ों के अनुसार करीब 14 लाख के लगभग लोग कैंसर की वजह उस वर्ष मरे थे और हर वर्ष यह आंकड़ा 12.8 % की दर से बढ़ रहा है | ऐसे में यहां यह जरूरी हो जाता है कि हम सभी कैंसर के प्रति जागरूक रहें  | तो आइये जाने जाने विश्व कैंसर दिवस के बारे में | Know About World Cancer Day

Know About World Cancer Day
Know About World Cancer Day

कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है आमतौर पर यह कोशिकाओं का विभाजन और उनके  अनियंत्रित बढ़ने से होता है | इनके इस तरह से बढ़ने के कारण यह शरीर के बाकी उत्तकों को नष्ट करते जाते हैं | आमतौर पर व्यक्ति को कैंसर के शुरुआती लक्षणों के बारे में बिल्कुल भी पता नहीं चलता | यदि इसका सही समय पर पता लग जाए तो इसका उचित इलाज किया जा सकता है |

कैंसर कई प्रकार का होता है हालांकि यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है जैसे कि आंख का कैंसर, फेफड़ों का कैंसर प्रोस्टेट कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनिया भर में कैंसर वह दूसरी बीमारी है जिसकी वजह से ज्यादातर मौतें होती हैं |

कैंसर के लक्षण

कैंसर एक बहुत ही भयानक बीमारी है और इसके लक्षणों का पता जल्दी नहीं लग पाता है |  यदि इसके लक्षणों का पता जल्दी लग जाए तो इसके उपचार व अन्य उपाय समय पर किये जा सकते हैं | आइए जानते हैं कैंसर के कुछ चुनिंदा लक्षणों के बारे में –

World Cancer Day

1. खांसी का रहना 

खांसी रहना एक ऐसी समस्या है जो लोगों को बीच-बीच में होती रहती है | खांसी आमतौर पर वायरल इंफेक्शन, अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) और गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) की वजह से होती है | लेकिन खांसी लगातार हो रही है तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं | यह फेफड़ों के कैंसर का लक्षण हो सकता है | ऐसी स्थिति में आपको बार-बार गला साफ करने का मन करेगा | अगर खांसी में अगर खून आ रहा है तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं |

ज्यादातर रोक दिया ज्यादातर कैसे इसमें ऐसा देखा गया है कि खराब पेट की वजह से ही ज्यादातर रोगों की उत्पत्ति होती है जैसा कि आप जानते ही हैं कि हमारे पेट से निकलकर भोजन बड़ी आंत व  छोटी आंत से होता हुआ मल के रूप में शरीर से बाहर हो जाता है | कैंसर का यह रूप आपकी आंत में होने वाला कैंसर है | इसमें मरीज को बार-बार पेशाब करने की हरकत होती है | कई बार तो पेशाब के साथ आखिर खून आने के भी लक्षण पाए जाते हैं | ऐसा होने पर बिना देरी किए जल्द से जल्द डॉक्टर को इसकी जांच करवाएं |
तिल का कैंसर –
सामान्यता देखा गया है कि व्यक्ति के शरीर पर तिल पाए जाते हैं और यदि है तेल अपनी सामान्य अवस्था से अपना आकार बदल रहे हो तो यह भी कैंसर की संभावना का एक लक्षण हो सकता है ऐसे में इस बात पर ध्यान देने की काफी आवश्यकता है कि तिल का कैंसर ना बने यदि ऐसा है तो यह मेलानोमा नाम का कैंसर हो सकता है जोकि स्किन के कैंसर के नाम से जाना जाता है |
शरीर में गांठ में बनना
हर दिन हमारे शरीर में नई कोशिकाएं व नए उत्तक बनते रहते हैं इसी प्रकार से यदि आप को ऐसा लगे की शरीर में कहीं अनचाही गांठें बन रही हैं और उन में दर्द रहने की संभावना है तो इसे जरा भी नजरअंदाज ना करें और अपने डॉक्टर से जरूर इस बारे में सलाह अवश्य लें , क्योंकि कैंसर के कुछ लक्षणों में यह भी एक लक्षण पाया जाता है हालांकि हर प्रकार की गांठ कोई कैंसर का लक्षण नहीं होती लेकिन यह डॉक्टर की जांच के बाद ही पता लगाया जा सकता है |
अचानक से वजन कम होना
विशेषज्ञों के मुताबिक जब कभी शरीर का वजन बिना किसी वजह कम होने लगे तो यह भी कैंसर का एक लक्षण हो सकता है अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार ऐसा पेनक्रियाज, ऐसोफागस व  वजन कम होना व फेफड़ों को प्रभावित करने वाला कैंसर के संकेत हो सकते हैं | ऐसा होने पर बिल्कुल भी देरी ना करें नहीं तो यह एक बड़ी समस्या बन सकता है क्योंकि वजन कम होना कैंसर के कुछ शुरुआती लक्षणों में से एक बात है |
गले का कैंसर
शरीर में होने वाला कैंसर का कोई भी निश्चित जगह नहीं है यह शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है ऐसा सोचना बिल्कुल ही गलत होगा की है किसी निश्चित हिस्से पर ही होगा |जब कभी ऐसा लगे कि आप को भोजन निगलने में समस्या आ रही है, तो यह गले में बनने वाले एक ट्यूमर की वजह से हो सकता है जिसे की गले का कैंसर कहा जा सकता है |
मूत्र विसर्जन के समय खून आना 
 मूत्र विसर्जन के समय अचानक कभी खून का आना कभी भी नजरअंदाज ना करें यह भी कैंसर के कुछ शुरुआती लक्षणों में से 1 लक्षण हो सकता है हालांकि इसमें किसी प्रकार का दर्द नहीं होता पर यदि कोई पुरुष प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित हो तो उसे मूत्र के दौरान रक्त दिखने के लक्षण दिखाई देते हैं |  यह पुरुष के प्रोस्टेट से रक्त स्त्राव के कारण होता है |
फेफड़ों का कैंसर
अत्यधिक धूम्रपान करना या ज्यादा पोलूशन वाले माहौल में काम करने वाले लोगों को इस प्रकार का कैंसर होने की बहुत संभावना बढ़ जाती है एक अनुमान के अनुसार भारत में सबसे ज्यादा मौतें फेफड़ों के कैंसर से होती हैं |
जाने विश्व कैंसर दिवस के बारे में | Know About World Cancer Day
Know About World Cancer Day
इस तरह के कैंसर में ज्यादातर खांसी से लक्षण शुरू होते हैं जो कि बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करनी चाहिए ऐसा होने पर जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह जरूर लें |

कैंसर से बचाव के उपाय

प्रिय पाठकों शरीर में होने वाला कोई भी रोग कभी भी निमंत्रण देने से नहीं आता बल्कि यह अचानक ही पता लगता है कि शरीर में रोग हो गया है | कुछ एक जरूरी बातें जो कि हमारी खुद की जागरूकता की कमी या फिर खराब जीवनशैली अपनाने की वजह भी इन बीमारियों को आमंत्रण देती हैं | कुछ एक ऐसी साधारण बातें हैं जिन्हें अपने आम दिनचर्या में अपनाने से कई बीमारियों के से बचा जा सकता है | जैसे कि गुनगुना पानी पीना, सुबह जल्दी उठना, अपनी दिनचर्या में योग शारीरिक श्रम एक्सरसाइज व प्राणायाम आदि करना, मानसिक रूप से अपने आप को मजबूत बनाना, अपने आसपास सकारात्मक लोगों के माहौल में रहना, शारीरिक तौर पर एक्टिव रहना आदि | यह सब वह बातें हैं जो कि हर व्यक्ति को पता होती हैं लेकिन समय के अभाव व अपनी पुरानी आदतों को ना बदल पाने की वजह से शरीर में रोगों का आमंत्रण हो जाता है | इन सबके अलावा भी कुछ ऐसी बातें हैं जो कि कैंसर के बचाव में काफी सहायक हो सकती हैं जैसे कि –

  • अपने वजन पर नियंत्रण रखें -समय समय पर अपना वजन चेक करवाते रहें यह ध्यान रखें कि यह किसी भी प्रकार से कम अथवा ज्यादा ना हो रहा हो |
  • फास्ट फूड का सेवन ना करें – आजकल के परिवेश में फास्ट फूड का चलन काफी ज्यादा हो चुका है जिसकी वजह से बच्चों व बड़ों में कई प्रकार के रोग देखने में सामने आ रहे हैं | जितने भी प्रकार के फास्टफूड हैं वे सभी मैदे से बने होते हैं और मैदा हमारे शरीर के लिए सबसे ज्यादा हानिकारक होता है | और आजकल की जीवन शैली में इन फास्ट फूड की वजह से ही ज्यादातर रोग देखने में आ रहे हैं इसलिए इनसे दूर रहें |
  • ताजा फल व सब्जियों को भोजन में शामिल करें – अधिक से अधिक फाइबर वाले भोजन उठाएं व एक नियमित अंतराल वह एक नियमित दिनचर्या अपनाएं | साथ ही मौसम अनुसार फलों को अपने दैनिक दिनचर्या में शामिल करें |
  • तनाव से रहें दूर – कभी भी किसी भी बीमारी का अंदेशा होने पर उसका तनाव ना लें इस दुनिया में हर बीमारी का इलाज है लेकिन उससे पहले यह आवश्यक है कि मानसिक रूप से हम उससे लड़ना सीखे यदि स्वस्थ मन रहेगा तो शरीर भी अपने आप स्वस्थ हो जाएगा इलाज के साथ-साथ मानसिक रूप से मजबूत होना भी निहायती आवश्यक है | इसके लिए ध्यान साधना व योग बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं |
  • मद्यपान से रहें दूर – एक स्वस्थ जीवन शैली की एक शैली के लिए शराब गुटका बीड़ी सिगरेट या अन्य सभी प्रकार के नशे इन से दूर रहें और अपनी मानसिक योग्यता को खराब होने से बचाएं इन सब चीजों में 1% भी फायदे की चीज नहीं है इनसे दूर रहें और अपने जीवन को स्वस्थ रखें |

सार (Conclusion)

प्रिय पाठकों आज इस लेख में हमने कैंसर के बारे में कुछ जरूरी जानकारी जैसे की कैंसर के प्रकार, उसके लक्षण व उसके बचाव के कुछ उपायों के बारे में जाना, आशा करता हूं यह लेख आपको पसंद आया होगा | यदि आपको इससे कुछ भी अच्छी जानकारी लगी हो तो आप इसे अपने दोस्तों में साझा कर सकते हैं  | किसी भी प्रकार की गलती अथवा सुधार के लिए आप कमेंट के माध्यम से हमें जरूर बताएं | इस लेख को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद

यहां पर दी गई सभी जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के आधार पर ही दी गई है यहां यह जानकारी किसी भी प्रकार से चिकित्सीय परामर्श की अनुमति नहीं देती किसी भी प्रकार की शारीरिक समस्या होने पर संबंधित डॉक्टर से सलाह लें वह अपना इलाज समय पर करवाएं | 

 

 

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