आज मोबाइल हमारे जीवन का एक बहुत ही अहम हिस्सा बन गया है | यह कहना गलत नहीं होगा कि जिस तरह से हम बिना सांस लिए जीवित नहीं रह सकते उसी प्रकार से हम अपने रोजमर्रा के कामों के लिए अपने मोबाइल पर निर्भर हो गए हैं और केवल मोबाइल ही नहीं हर व्यक्ति नहीं केवल स्क्रीन से स्क्रीन की तरफ स्विच होता रहता है | रोजमर्राह के ज्यादातर काम मोबाइल के बिना संभव नहीं हो पाते ठीक उसी प्रकार अपने मनोरंजन के लिए आप टीवी के ऊपर
ही निर्भर है | इन सब चीजों की वजह से जहां एक तरफ हमारा जीवन व रहन-सहन आसान हो गया है वहीँ दूसरी तरफ हर व्यक्ति का स्क्रीन टाइम हर दिन बढ़ता ही जा रहा है और उसमें सबसे ज्यादा समय हर व्यक्ति केवल अपने मोबाइल पर ही बिताता है | रेलवे स्टेशन हो बस स्टैंड आज हर व्यक्ति हर समय अपने फोन के साथ मशरूफ रहता है | एक तरफ जहाँ मोबाइल ने हमारे जीवन को सुगम बनाया है वहीँ इसके अनेक दुष्प्रभाव भी देखने में आ रहे हैं और दिनभर ज्यादा स्क्रीन टाइम की वजह से इसका दुष्प्रभाव इंसान की आंखों पर बहुत ज्यादा पड़ रहा है | तो आज के इस लेख में हम ज्यादा स्क्रीन टाइम के दुष्प्रभाव | Harmful effects of More Screen time के बारे में जानेंगे |
हाल ही में twitter पर डॉक्टर सुधीर कुमार के द्वारा एक पोस्ट जारी की गई जिसमें उन्होंने बताया कि किस प्रकार से एक 30 वर्षीय महिला मोबाइल के अत्यधिक इस्तेमाल के कारण उसके दुष्प्रभाव का सामना कर रही है | इस 30 वर्षीय महिला का नाम मंजू है जो कि पिछले लगभग डेढ़ वर्ष आंखों संबंधी समस्या का सामना कर रही थी जिसकी वजह से उन्हें अचानक से रोशनी का दिखाई देना, जिगजैग लाइनों को पहचानने में समस्या होना और चीजों पर फोकस ना करन पाना और उनके साथ ऐसा भी हो रहा था कि कहीं बाहर कुछ सैकंड तक चीजों को देख भी नहीं पाती और ऐसा अधिकतर तब हो रहा था जब रात्रि के समय उन्हें washroom का इस्तेमाल करना होता था |
पेशे से मंजू कुमारी एक ब्यूटीशियन है उन्हें तब इन समस्याओं का सामना करना पड़ा जब उन्हें अपने बच्चे का ध्यान रखने के लिए अपनी जॉब छोड़नी पड़ी इस दौरान उनका मोबाइल का इस्तेमाल काफी ज्यादा बढ़ गया | अधिकतर रात्रि में सोने से पहले वे लगातार 2 घंटे तक अपना फोन इस्तेमाल कर रही थी | डॉ कुमार ने बताया कि कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन, टीवी व मोबाइल का अत्यधिक इस्तेमाल आंखों संबंधी समस्याओं का कारण बनता है |
डॉ कुमार से मिलने के बाद उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने के बाद उस महिला ने 1 महीने तक मोबाइल का कम इस्तेमाल किया जिसके परिणाम स्वरूप वह बिल्कुल ठीक हो गई और आंखों संबंधित समस्या जो कि वह पिछले 18 महीनों से सामना कर रही थी अब उनकी देखने की क्षमता भी सामान्य हो गई थी और उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ रहा था |
नेत्र विशेषज्ञों की राय के अनुसार स्मार्टफोन व अन्य स्क्रीन उपकरणों का अत्यधिक इस्तेमाल आंखों के लिए काफी हानिकारक हो सकता है जिससे आंखों में जलन, डिस्कंफर्ट की समस्याएं पैदा हो सकती है लेकिन आंखों की दृष्टि पर इसका कोई अधिक प्रभाव नहीं पड़ता |
सामान्य समस्याएं होने पर समाधान
यहां कुछ उपाय बताए गए हैं जिन्हें आप आंखों की समस्याएं होने पर अमल में ला सकते हैं जैसे कि
- अपने स्क्रीन टाइम को कम करें |
- किसी भी प्रकार के स्क्रीन डिवाइस को एक निश्चित दूरी से ही इस्तेमाल करें |
- बीच बीच में ब्रेक लेते रहें |
- सुबह के समय हरी घास पर नंगे पांव चलें |
- अपने आप को हर समय एक्टिव रखें |
- हरी सब्जियां अपने आहार में शामिल करें |
- हर 20 मिनट के इस्तेमाल के बाद 20 सेकंड के लिए कहीं और देखें और 20 फीट की दूरी पर देखें |
सार (Conclusion)
प्रिय पाठकों इस लेख में हमने जाना कि किस प्रकार अत्यधिक स्क्रीन टाइम हमारी आंखों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है उससे बचने के उपाय भी हमने जाने कि किस प्रकार की दिनचर्या अपने जीवन में अपनाने से हम इस समस्या का समाधान पा सकते हैं | इसमें किसी प्रकार की त्रुटि होने पर क्षमा चाहते हैं | यदि यह लेख आपको अच्छा लगा हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ साझा कर सकते हैं | इस लेख को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार |